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िचिड़या

िचिड़या बोली कुट - कुट - कुट
मुझ को दे दो , दो
िबस्कुट,
भूख लगी है खाऊँगी,
खाकर
िफर सो जाऊँ गी ,
दूध मलाई रखी है,
पर इसमे तो मक्खी है
कासे
खाऊँ ? कासे खाऊँ ?
चलो - भूखी ही सो जाऊँ |

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