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मेरी गुिड़या

चाबी वाली मेरी गुिया
यह तो है आफत की पु
िया
ठुमक
ठुमक कर चलती है
खूब इशारे करती है,
चाबी थोड़ी और लगे तो
घूम घूम कर हंसती है |

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